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Thursday, September 8, 2011

बदलता बनारस पार्ट - २

बदलता बनारस पार्ट - २ 


आज बनारस, रियल एस्टेट इंडस्ट्री  के लिए वरदान साबित हो रही है, जिस प्रकार यह शहर बिहार और पूर्वांचल के व्यापारिक राजधानी हुआ करती थी/ आज बदलते परिवेश में बड़ी बड़ी बिल्डिंग्स का गढ़ होता जा रहा है , आज यहाँ उची उची ईमारत आपको हर चौराहे पर मिल जायेगा/  कुछ स्थानीय बिल्डर शुरआत में बहुत ही कम मार्जिन में बिल्डिंग को बनाया और बेचा , लेकिन उन्हें उम्मीद से कही ज्यादा सफलता मिली / जैसे - सूर्या काम्प्लेक्स, एलेक्सी बिल्डर  एंड चंद्रा बिल्डर,  इन्होने खरीदादर की नब्ज को पकड़ लिया/ यहाँ से हुई छोटी सी शुरुआत आज एक बहुत बड़ी इंडस्ट्री का रूप ले चुका है/ आज केवल बनारस शहर में ही २० से ज्यादा ग्रुप होउसिंग इमारतों का निर्माण कार्य चल रहा है / इनमे प्रमुख बिल्डर - रुद्रा रियल एस्टेट , विनायक, स्वस्तिक , के.बी.न , चंद्रा , तुलसी , वाराणसी बिल्डर, रोमा बिल्डर आदि, इसके आलावा कुछ अन्य बिल्डर भी नए-नए नाम से छोटे छोटे प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे है/ ये बदलती बनारस की तस्वीर, यदि बिल्डर के लिए प्रोफिट का मशीन साबित हो रही है , तो वही सिक्के के दुसरे पहलु भी है, आज जौनपुर, गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़, चंदौली, मिर्ज़ापुर, भदोही, मऊ और सोनभद्र के प्रशिछित और फ्रेशर दोनों के लिए नौकरी के सुनहरा मौका साबित हो रहा है/ आज यहाँ के प्रशिछित युवको का पलायन कम होने लगा है/ वही यहाँ के निवासिओ को बनारस में रहने / इन्वेस्टमेंट के लिए एक सुरक्षित अशिआना मिल रहा है/ 
आज बनारस में मेट्रो शहर की तरह ८ से १२ मंजिल के इमारतों का निर्माण हो रहा है, सारे शहर में इन् प्रोजेक्टों को बनाने वास्ते जमीन के लिए बिल्डर ने अपनी तीसरी आंख खोल रखी है, कोई भी जमीन का टुकड़ा भी आज उनके लिए सोने के अंडे देने  वाली मुर्गी साबित हो रही है/ आज यहाँ बड़े - बड़े मॉल , ग्रुप होसिंग , विला , अपार्टमेन्ट का निर्माण कार्य चल रहा है/ प्रमुखतः विकसित होने वाली एरिया जैसे - सुन्दरपुर , शिवपुर , पहाडिया , रथयात्रा , सिगरा , महमूरगंज, लहरतारा आदि / जिस रफ़्तार से  यहाँ बड़े-बड़े बिल्डिंग का विकास हो रहा है , उसी तरह एरिया का भी विकास हो रहा है , ये बढती हुए विकास की दिशा निवासिओ के रहन सहन को प्रभावित कर रही है /
आज यहाँ की प्रोपर्टी की कीमते पिछले दो- तीन सालो में दोगुने से भी ज्यादा होती जा रही है , बढती हुए कीमते पर भी खरीदार अपने पैसे का सही इन्वेस्टमेंट समझ रहे है. आज यहाँ बनने वाली बिल्डिंग की ८०% बुकिंग पहले ही हो चुकी है, आज यहाँ बनारस शहर और पडोसी शहर के अलावा बाहर के कस्टमर ने भी अपने - अपने पैसे का यहाँ  अच्छा रिटर्न देख रहा है/

लेकिन इन् बढती गलाकाट प्रतियोगिता के कारण यहाँ की संस्कृति कही लुप्त होती जा रही है, यहाँ के लोग अपने पुराने भवनों को तोड़कर फ्लैट बनवा रहे है, इन् बढती जमीन की मांग, इसके दाम को इतना ऊपर कर दिया है कि अब जमीन आम - आदमी के पहुच से बहुत बाहर चला गया/ आम आदमी के सपनों का घर अब बहुत दूर चला गया है , लोगो कि रहन सहन में परिवर्तन आ गया, यहाँ अब लोग फ्लैट संस्कृति को पूरी तरह अपना लिए है/ बढती हुए ईमारत कि मंजिल यहाँ के पुराने और दर्शनीय भवनों को मुह चिढाते नज़र आते है / 
   

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